Wednesday, November 25, 2009

यह हमारा घर है

मैं 23 नवम्बर, 2009 को दोपहर 1.45 बजे चलकर ठीक 95 किलोमीटर का सफर कर मेरे गांव भाड़ंग (तहसील- तारानगर, जिला- चूरू) में हमारे घर 'एकता सदन' ठीक 3.45 बजे पहुंची। निजी गाड़ी बड़े आराम से धीरे-धीरे आई, मेरी मां मुझे बिल्कुल तकलीफ नहीं हुई।
मेरे गणेश ताउजी, आदराम ताउजी और मेरे दादाजी श्री मनफूलराम सहारण ने मेरी आगवानी की। मुझे प्रेम से निहारा।

मेरे दादाजी पोती रूप में मुझे पाकर खुश थे।

मुझे इस बात की खुशी है कि मेरे दादादी हर आने वाले के सामने बड़े उत्साह से पोती की प्रशंसा कर रहे हैं। उनकी मुद्रा खुशी की है।

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