Wednesday, November 25, 2009

थोड़े समय बाद लगातार मिलते रहेंगे

एकता सदन में मैं आराम से हूं।
एकता----- एकता मेरे ताउजी हुणताराम की बेटी है। बेटी के नाम से घर का नाम, मुझे खुशी है। एकता दीदी मेरे हरदम पास रहेगी। और तो और वह नटखट भी है। अपनी फोटो खिंचवाने से भी परहेज करती है।
मेरे पास हरदम रहने वालों में पूनम दीदी का भी नाम है। पूनम दीदी हमारे पड़ौसी नारायण ताउजी की बेटी है। पूनम दीदी फोटो भी बड़े सलीके से खिंचवाती है। देखेंगे आप -
एक खबर : विधि-विधान पूर्वक गुरूवार, 26 नवम्बर, 2009 को मेरा नामकरण किया जाएगा। मेरी खबर और मेरा नाम आप तक जल्दी ही पहुंच जाएगा। इतना जरूर है कि कुछ विलम् हो सकता है, क्योंकि मैं संचार क्रांति से कुछ दूर हूं ना। और इसीलिए आपसे उम्मीद करती हूं कि आप होने वाले विलम् से नाराज नहीं होंगे।

हां, यह वादा है कि मैं दो-तीन महीने बाद जब गांव से चूरू लौटूगीं तब आपसे लगातार मिलती रहूंगी।

No comments:

Post a Comment