Tuesday, March 9, 2010

चलो अभ्‍यास करते हैं शारीरिक संतुलन का......




4 comments:

  1. लाडलड़ी नै म्हारी मोकळी मंगळकामनावां।
    घणी-घणी आसीस।
    जुग-जुग जीओ।
    करो जग-च्यानण।

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  2. कृतिका के लिए / दीनदयाल शर्मा.

    मन करता है आसमान में ,
    उड़ कर धूम मचाऊँ ,
    पर आयु में छोटी हूँ मैं,
    कैसे उड़ कर जाऊं ,
    बड़ी होकर ऐसा करूंगी ,
    मैं कोई अच्छा काम ,
    हो जाएगा पूरे जग में,
    आपने देश का नाम

    09509542303, www.http://deendayalsharma.blogspot.com

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  3. कृतिका बिटिया बहुत सुंदर लग रही हो, बहुत बहुत प्यार, ओर बडी हो कर जरुर कविता लिखाना

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